मिलावट पर अंकुश लगाने,ग्वालियर में भी खुलें एफएसएसएआई की लैब- भारत सिंह

 

एफएसएसएआई ने पहली बार ग्वालियर में फूड सेफ़्टी एवं किसान जागरूकता कार्यशाला की आयोजित

ग्वालियर। भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा रविवार को आईआईटीटीएम ग्वालियर में स्ट्रीट फूड वेंडर्स प्रशिक्षण एवं किसान जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सांसद एवं उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण संबंधी समिति सदस्य, भारत सिंह कुशवाह ने स्ट्रीट फूड वेंडर्स को संबोधित करते हुए कहा कि, ग्वालियर में भी अन्य महानगरों की तरह फूड हब विकसित करने का विचार किया जा रहा है ताकि स्ट्रीट फूड वेंडर्स सुलभ एवं किफायती भोजन उपलब्ध कराने के साथ-साथ अजीविका सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके है।
सांसद कुशवाह ने कहा कि हमारा प्रयास है कि, लोगों को स्वच्छ एवं खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुरूप खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो। इसके लिए प्रयास किये जा रहें कि ग्वालियर में भी भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) की एक लैब खुलें, ताकि मिलावटी खाद्य पदार्थो पर अंकुश लग सकें। ग्वालियर में पहली बार एफएसएसएआई द्वारा आयोजित खाद्य सुरक्षा कार्यशाला में एफएसएसएआई पश्चिम क्षेत्र की क्षेत्रीय निर्देशक सुश्री प्रीती चौधरी, (आईआरएस) ने कहा जमीनी स्तर पर खाद्य सुरक्षा की सुदृढ संस्कृति विकसित करने के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) प्रतिबद्ध है। उन्होनें फोस्टैक कार्यक्रम के उद्देशय पर प्रकश डालते हुए कि, व्यक्तिगत स्वच्छता, स्वच्छ खाना पकाने की विधियां, सुरक्षित भण्डारण तथा खाद्य मिलावट की रोकथाम पर अंकुश लगाना जरूरी है।
कार्यक्रम के प्रातःकालीन सत्र में किसानों के लिए आलू फसल उत्पादन, खेती की अर्थव्यवस्था, लाभ प्रदता एवं आपूर्ति श्रृंखला एकीकरण पर चर्चा की गई। इस दौरान डॉ पुनीत लूथरा, जनरल मैनेजर हाईफन फूडस, ने किसानों को आलू की पैदावार कैसे बढ़ाई जाये , एवं इसकी प्रोसेसिंग कर मार्केटिंग से मुनाफा अधिक से अधिक कमाने के बारे में बताया।
कार्यक्रम में भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान के प्रोफेसर, चन्द्रशेखर बरौआ, एफएसएसएआई के सहायक निर्देशक सुश्री ज्योति हारने, एफएसएसएआई के सहायक निर्देशक वेदांत पाबल, आईआईटीटीएम के निर्देश डॉ0 आलोक शर्मा सहित बड़ी संख्या में किसान एवं फूड स्ट्रीट वेंडर्स आदि उपस्थित रहें।