मन को स्थिर कर आत्मिक शक्ति प्रदान करता है राजयोग ध्यान – आदर्श दीदी

 

विश्व ध्यान दिवस पर ब्रह्माकुमारीज द्वारा अम्मा महाराज की छतरी में राजयोग ध्यान कार्यक्रम आयोजित

 

ग्वालियर। विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्व विद्यालय ग्वालियर द्वारा अम्मा महाराज की छतरी में एक विशेष राजयोग ध्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को ध्यान के माध्यम से मानसिक शांति, सकारात्मकता और स्वस्थ जीवनशैली की ओर प्रेरित करना था।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से ब्रह्माकुमारीज केंद्र प्रमुख बीके आदर्श दीदी, सिविल जज ग्वालियर शिवकांत कुशवाह, भारतीय योग संस्थान से प्रांतीय प्रधान महेश अग्रवाल, म.प्र. चैम्बर ऑफ़ ऑफ़ कॉमर्स अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल, योग प्रशिक्षक राजेंद्र अग्रवाल, छतरी प्रबंधक जयन्त जपे, राजयोग ध्यान प्रशिक्षक बीके प्रहलाद भाई उपस्थित थे।
केंद्र प्रमुख बीके आदर्श दीदी ने राजयोग ध्यान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज के तनावपूर्ण जीवन में ध्यान ही वह माध्यम है, जो मन को स्थिर कर आत्मिक शक्ति प्रदान करता है। उन्होंने सभी को प्रतिदिन कुछ समय ध्यान के लिए निकालने की प्रेरणा दी। विश्व ध्यान दिवस हमें याद दिलाता है कि बाहरी शांति से पहले आंतरिक शांति आवश्यक है, और राजयोग ध्यान उसी आंतरिक यात्रा का मार्ग है। जब हमारा मन शांत होता है, तो विचार पवित्र होते हैं और पवित्र विचार ही सुंदर संसार का निर्माण करते हैं।

कार्यक्रम में शिवकांत कुशवाह ने कहा कि ध्यान से व्यक्ति में धैर्य, विवेक और संतुलन विकसित होता है, जो न केवल व्यक्तिगत जीवन बल्कि सामाजिक जीवन में भी उपयोगी है।

महेश अग्रवाल ने योग और ध्यान को जीवन का अभिन्न अंग बताते हुए कहा कि नियमित अभ्यास से तन और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं।

प्रवीण अग्रवाल ने कहा कि व्यापार और कार्यक्षेत्र में बढ़ते दबाव के बीच ध्यान व्यक्ति को सही निर्णय लेने और तनाव से मुक्त रहने में मदद करता है।

राजेंद्र अग्रवाल ने ध्यान को युवा पीढ़ी के लिए अत्यंत आवश्यक बताते हुए इसे नशामुक्त और सकारात्मक समाज के निर्माण का सशक्त साधन बताया।

जयन्त जपे ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ऐसे आध्यात्मिक आयोजनों से समाज में शांति और सौहार्द का वातावरण बनता है।
राजयोग ध्यान प्रशिक्षक बीके प्रहलाद भाई ने उपस्थितजनों को राजयोग ध्यान का अभ्यास कराया और बताया कि कैसे आत्मचिंतन के माध्यम से हम परम शांति के अनुभव को अपने जीवन में ला सकते हैं।

कार्यक्रम में सभी अतिथियों ने विश्व ध्यान दिवस पर अपनी शुभकामनाएँ देते हुए ध्यान को जीवन में अपनाने का संदेश दिया। अंत में शांति पाठ और धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

इस अवसर पर बीके ज्योति बहन, बीके महिमा बहन, बीके रोशनी बहन, संतोष बंसल, गजेन्द्र अरोरा, ओम प्रकश परिहार, अभय खंडेलवाल, प्रशांत गुप्ता, देवेन्द्र कुशवाह, अशोक पमनानी, डॉ रूचि शर्मा, शिवांश तिवारी सहित अनेकानेक गणमान्य नागरिक एवं योग साधक उपस्थित थे।