कोचिंग जाने की कह कर नाना के घर पहुंची नाबालिग बालिका को महाराजपुरा पुलिस ने 24 घंटे के अंदर सकुशल किया दस्तयाब

ग्वालियर। पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार मध्यप्रदेश में नवंबर माह मे ‘‘मुस्कान विशेष अभियान’’ संचालित किया जा रहा है। इसी तारतम्य  में एसएसी धर्मवीर सिंह के निर्देशन गुमशुदा बच्चों की गायब होने पर तत्काल  कार्यवाही करते हुए  अति. पुलिस अधीक्षक (पूर्व) ग्वालियर श्रीमती विदिता डागर(भापुसे) द्वारा अपने अधीनस्थ  महाराजपुरा थाना  में नाबालिग बेटी के घर से चले जाने से परेशान  रवि सिंह (परिवर्तित नाम) निवासी महाराजपुरा जिला ग्वालियर ने रिपोर्ट  पर  शीघ्र कार्यवाही का निर्देश दिये। जिस पर सीएसपी नागेन्द्र सिंह और  महाराज पुरा थाना प्रभारी यशवंत गोयल  की टीम सक्रिय कार्यवाही कर नाबालिग बेटी को 24 घंटे की अंदर खोज कर पिता के हवाले किया ।

मेरी बेटी   रोजाना की तरह  3 नंवबर सोमवार को सुबह 11 बजे  कोचिंग में पढ़ने के लिये घर से गई। लेकिन मोहिनी(परिवर्तित नाम)  शाम तक घर वापस नही आई तो मैने अपनी लड़की की तलाश उसकी कोचिंग में की तो  जानकारी मनिली  कि कोचिंग की छुट्टी थी। तब मैने अपनी लडकी की तलाश सभी रिश्तेदारी व संभावित स्थानों पर की लेकिन मेरी लड़की का कोई पता नही चला है। वह कोचिंग जाने की कहकर कहीं चली गई है और अभी तक घर वापस नही आई है। मुझे शंका है कि मेरी लड़़की को कोई अज्ञात व्यक्ति बहला फुसलाकर ले गया है। उक्त रिपोर्ट पर थाना महाराजपुरा मे अपराध क्र. 550/25 धारा 137(2) बीएनएस का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार सीएसपी महाराजपुरा श्री नागेन्द्र सिंह सिकरवार के कुशल मार्गदर्शन में थाना प्रभारी महाराजपुरा निरीक्षक यशवंत गोयल के द्वारा उक्त अपह्त नाबालिग बालिका की सकुशल दस्तयाबी हेतु तकनीकी सेल एवं थाना महाराजपुरा पुलिस की टीम को लगाया गया। पुलिस टीम द्वारा अपह्त नाबालिग बालिका की आसपास के क्षेत्र में तलाश की गई और मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। दौराने विवेचना मंगलवार  4 नवंबर 2025  को थाना महाराजपुरा पुलिस ने नाबालिग बालिका को सकुशल दस्तयाब किया गया।

दस्तयाब की गई बालिका से महिला पुलिस अधिकारी द्वारा पूछताछ करने पर उसने बताया कि दिनांक 03.11.2025 को वह घर वालों को बिना बताये कोचिंग के बहाने घर से निकलकर ग्वालियर से ट्रेन में बैठकर आगरा चली गई थी, उसके बाद बस से वह हनुमान नगर आगरा में रहने वाले अपने नाना के यहां पहुंच गई थी।