शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुरेंद्र यादव ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम सब यहां बापू की प्रतिमा के नीचे धरना दे रहे हैं, बापू, जो सत्याग्रह के पुजारी थे, गरीबों के मसीहा थे। उन्होंने कहा था सच्ची स्वतंत्रता तब मिलेगी जब आखिरी इंसान को रोटी, कपड़ा और मकान मिले। लेकिन आज 2025 में भी हमारे गांवों के मजदूर भाई-बहन भूखे पेट सो रहे हैं। बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। भाजपा मोदी सरकार के इस नए बिल में रोजगार के दिन 100 से बढ़ाकर 125 करने का दावा किया जा रहा है, लेकिन यह डिमांड-ड्रिवन (मांग पर आधारित) नहीं रहेगा। यानी मजदूरों का कानूनी अधिकार छिन जाएगा अब सरकार तय करेगी कि काम कब और कैसे मिलेगा। 2025-26 के केंद्रीय बजट में मनरेगा के लिए मात्र 86,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के दौर में अपर्याप्त है। पिछले दशक में मनरेगा ने 2.5 अरब से अधिक व्यक्ति-दिवस रोजगार सृजित किया, ग्रामीण मजदूरी दरों को 40 प्रतिशत तक बढ़ाया, और 3 करोड़ से ज्यादा परिवारों को गरीबी से बाहर निकाला। कोविड महामारी में यह योजना लाखों परिवारों का सहारा बनी तालाब बनाए, सड़कें जोड़ीं, जल संरक्षण के काम कराए। लेकिन मोदी सरकार इसे सेंट्रलाइज्ड पावर देकर मजदूरों के हक को कुचलना चाहती है। यह न सिर्फ गांधी जी का अपमान है, बल्कि संविधान के अनुच्छेद 41 (रोजगार का अधिकार) का भी उल्लंघन है। पिछले 20 सालों में मनरेगा ने 2.5 अरब से ज्यादा व्यक्ति-दिवस रोजगार दिया। ग्रामीण मजदूरी 40 प्रतिशत बढ़ी। 3 करोड़ परिवारों ने गरीबी की जंजीरें तोड़ीं। कोविड में जब लॉकडाउन ने सबको लील लिया, तब मनरेगा ने लाखों को भोजन दिया, घर लौटने वालों को काम दिया। जल संरक्षण के 50 लाख से ज्यादा प्रोजेक्ट पूरे हुए। लेकिन मोदी सरकार क्या कर रही है? वे मनरेगा को वीबी-जी राम जी बिल नाम देकर बदलना चाहते हैं। 125 दिन का लालच दिखा रहे हैं, लेकिन असल में मजदूर का हक छीन रहे हैं। अब काम मांगने पर नहीं मिलेगा सरकार देगी जब मन करे। बजट? सिर्फ 86,000 करोड़ महंगाई के आगे पानी-पानी। यह पूंजीपतियों का इशारा है मजदूरों को सस्ता रखो, शोषण करो।
कांग्रेस पार्टी इस धरने के माध्यम से चेतावनी देती है कि यदि सरकार ने यह साजिश नहीं रोकी, तो हम पूरे जिले और देशव्यापी आंदोलन तेज करेंगे। गांधी जी के सिद्धांतों पर चलते हुए हम गरीबों के हक की रक्षा करेंगे।
धरने प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा, विधायक साहब सिंह गुर्जर, प्रदेश सचिव राहुल शर्मा, ग्रामीण जिला अध्यक्ष प्रभु दयाल जोहरे, महाराज सिंह पटेल, वीर सिंह तोमर, हरिओम शर्मा, इब्राहिम पठान, ऊदल सिंह यादव, जे एच जाफरी, सरमन सिंह राय, चतुर्भुज धनोलिया, हेवरन सिंह कंसाना, मेहबूब खा चेन वाले, श्रीमती सीमा समाधियां, श्रीमती वीना भारद्वाज, राम नरेश परमार, रमेश राजपूत, राजीव शर्मा, कुलदीप सिंह कौरव, सतीश मिश्रा, शंकर गाबरा, महेश मधुरिया, जसवंत शेजवार, विजय सिंह यादव, तरूण यादव, सोनू भदोरिया, ब्लॉक अध्यक्ष संदीप यादव, श्याम सुन्दर श्रीवास्तव, अनूप शिवहरे, अंसार खान, श्रीमती रेखा जाटव, श्रीमती गीता गुप्ता, श्रीमती गीता शर्मा, श्रीमती मनीषा रावत, श्रीमती गुड्डी, श्रीमती निधी शर्मा, दिनेश पांडे पट्टू, पिंकी पंडित, आदित्य सेंगर, संजय फड़तरे, राजेश बाबू, प्रेम ंिसह कौरव, अब्दुल हमीद पप्पु, कैलाश चावला, इरफान पठान, प्रमोद खरे, शकील मंसूरी, नवीन भदकारिया, महादेव आपौरिया, अरविन्द चौहान, संजीव दीक्षित, विष्णु कांत शर्मा, भूपेंद्र तोमर, सुमित सिंह गुर्जर, राहुल भदौरिया, कमल सिंह राजावत, उपेन्द्र सिंह राजपूत, हितेन्द्र यादव, सीताराम जसोनिया, नाजिम खान, भोगीराम शाक्य, रामअवतार ंिसह, राशिद उस्मानी, असलम शेरखां, दिनेश चौरसिया, राजेश भदोरिया, बाबू लाल चौरसिय, जगदीष कुशवाह, सुरेश कुमार प्रजापती, पंकज यादव, इशू शर्मा, रविन्द्र गुर्जर, धीरेन्द्र जाटव, सत्यभान सिंह राजावत, विजय शर्मा, श्याम गोैतम, कपिल पाल, सोरभ श्रीवास्तव, देवेन्द्र शर्मा, मयंक चौबे, हेमशंकर पाठक, महेश धनोलिया, अश्वनी अगरैया, रवि रजक, बलवीर सिंह गुर्जर, सतेन्द्र नागर, जुल्फिकार खान, गोरव भदोरिया, अरूण कंसाना, आकाषदीप, शरद सारस्वत, अनुप श्रीवास्तव, दिलीप सिंह राजावत, सागर खरे, अरमान खान, मनोज राजपूत, ओम गोडिया, रोशन बघेल, जीतू राजौरिया, धमेन्द्र सिंह, सुनील रामपुरिया, गोविंद दास अग्रवाल, घनश्याम ंिसह, धीरज ढींगरा, हिमांशू कुलश्रेष्ठ, मुन्नालाल खरे, अनुप मिश्रा, शुभम सिंह सिकरवार, विकास उपाध्याय, संजीव जयंत, हरेनद्र कुमार, गोरव लक्षकार, बुदू खां, सलमान खान, प्रताप राव महाडिक, दिलीप सिंह, दीपक उपाध्याय, रामबाबू श्रीवास सहित अनेक कांग्रेसजन सम्मलित थे।
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