मोदी मैन हीरेन पर पीएमओ में बैठ कर ऑनलाइन सट्टा कारोबार से जुड़े होने का आरोप

सत्ता के गलियारों में बड़ी उथल पुथल

प्रसार भारती के चेयरमेन नवनीत सहगल का इस्तीफ़ा

लॉ कमीशन के सदस्य हितेश जैन भी हटाए गए।

मोदी की फोटो पर पोप का आशीष दिलवाने वाली हिमानी सूद कौन हैं?

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर प्रधानमंत्री मोदी के मुख्य मीडिया सलाहकार हीरेन जोशी पर ऐप के जरिये करोड़ों का काला कारोबार धन इकठ्ठा करने के कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
असल खबर ये है कि दो दिनों पहले ही हिरेन जोशी को पीएमओ से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।यही नहीं प्रसार भारती के चेयरमेन नवनीत सहगल का इस्तीफ़ा ले लिया गया है। लॉ कमीशन के सदस्य हितेश जैन को भी बाहर का रास्ता दिखाया है।
पीएमओ के आंतरिक ज्ञापन में दो दिनों पहले ही हीरेन जोशी के सारे काम अश्विनी वैष्णव और नीरव नाम के पीएमओ अधिकारी को सौंप दिए गए थे.
पवन खेड़ा जिस महादेव बेटिंग ऐप के बारे में ज़िक्र कर रहे हैं, उस ऐप का मालिक सौरभ चन्द्राकर रवि उप्पल तिहारवाला है जो दुबई में रहता है
एक कथित आरोप यह भी है कि इन्होंने सतनाम सिंह संधू से राज्यसभा सीट के लिए 30 करोड़ रुपये लिए हैं. इनके बेटे ने रिलायंस इंडस्ट्रीज से सालाना 3 करोड़ रुपये कमाए हैं.
अब आते हैं हिमानी सूद पर जो चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की प्रो वाइस चांसलर भी हैं केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी से इनके करीबी रिश्ते रहे । हरदीप पुरी के सहारे ये हिरेन जोशी की खास बनीं।हिरेन ने इनके लिए एक India_Minorities_Fedration बनाया।इस फेडरेशन में सभी इस्लामिक देशों के राजदूतों को जोड़ा गया।कुछ पावरफुल क्रिश्चियन सिख, बौद्धिस्ट,पारसी,मुस्लिम धर्म गुरुओं को इसका सदस्य बनाया गया।हिमानी सूद ने उनका प्रतिनिधित्व किया और 5 फरवरी 2024 को इन सभी को मोदी जी से मिलवाने ले गईं।
इसके बाद हिमानी सूद को वेटिकन सिटी के पोप Lui XIV से भी मिलवाया गया।
जहां हिमानी मोदी जी की तस्वीर लेकर गई थीं ।ताकि तस्वीर के जरिए पोप मोदी जी को 2024 के लोकसभा चुनावों में जीत का आशीर्वाद दे सकें।
प्रधानमंत्री की कई विदेश यात्राओं में हिमानी सूद को ले जाया गया। बहुत बड़े बड़े लोगों से मिलवाया गया।
25 सितंबर 2025 को प्रधानमंत्री की 75 वीं सालगिरह पर हिमानी सूद ने मोदी जी की लीडरशिप के नाम “मैं हूं भारत” नाम से एक अभियान की घोषणा भी की है।
एक इफ्तार पार्टी का आयोजन हुआ जिसमें भारत में स्थित सभी इस्लामिक देशों के राजदूतों ने शिरकत की और उसे होस्ट भारत के विदेश मंत्रालय और हिमानी सूद ने किया।
हिमानी सूद को हिमाचल प्रदेश से ना सिर्फ टिकट दिलाने बल्कि मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाने के लिए जोशी जी, जेपी नड्डा से मिलने के गए और बात यहीं से बिगड़ गई।
जेपी नड्डा ने जोशी की कारस्तानी अमित शाह को बतादी।शाह जी ने मोदी जी से बात की और फिर जोशी जी प्रधानमंत्री कार्यालय से बाहर हो गए।
हिरेन जोशी वही हैं जो पिछले 11 सालों से देश की मीडिया के तानाशाह रहे हैं।न्यूज चैनलों का बड़े से बड़ा संपादक, मालिक और न्यूज ऐंकर इनके सामने नतमस्तक रहे हैं।
हर चैनल पर इनके ही निर्देश के मुताबिक शब्दशः गोदी खबरें चलती रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की आँख और कान माने जाने वाले जोशी 2008 से मोदी के साथ काम करते रहे हैं ।