ग्वालियर में विप्रों का उग्र प्रदर्शन
ग्वालियर। अजाक्स के अध्यक्ष आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा केभोपाल में ब्राह्मण समाज की बहन-बेटियों को लेकर अभद्र टिप्पणी करने के खिलाफ रक्षक मोर्चा और विभिन्न सनातनी संगठनों के सदस्यों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर धरना दिया । धरने के बाद दिये ज्ञापन में संतोष वर्मा के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग की।
आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा पर ब्राह्मण समाज के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने का आरोप है। उनका एक बयान वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने ब्राह्मण समाज के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस बयान के बाद से ही संतोष वर्मा का विरोध हो रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि संतोष वर्मा के खिलाफ तत्काल प्रभाव से एफआईआर दर्ज की जाए और उन्हें बर्खास्त किया जाए। वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल मिश्रा ने कहा कि संतोष वर्मा का बयान सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने वाला है और इसके लिए उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
पुलिस अधीक्षक ने दिया आश्वासन
पुलिस अधीक्षक ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया है कि वे 2 दिन के भीतर संतोष वर्मा पर एफआईआर दर्ज करेंगे। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि वे इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई करेंगे और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
प्रदर्शन कारियों में वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल मिश्रा रामलला सरकार अयोध्या,महेश मुद्गल,अशोक पटसारिया, केडी सोनकिया
,परमानंद शर्मा,अमित दुबे, नीरज भार्गव, लालता प्रसाद मिश्रा, राजेश नायक, राम पाठक, ध्यानेंद्र शर्मा, एडवोकेट मोहित शर्मा, जनवेद तोमर
,राजीव शर्मा, प्रीति शर्मा , धर्मेंद्र गौर, प्रदीप शर्मा आदि सैकड़ों साथी शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि संतोष वर्मा के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे उग्र आंदोलन करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे इस मामले में न्याय के लिए लड़ाई लड़ेंगे और दोषियों को सजा दिलाएंगे।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर धरना दिया और संतोष वर्मा के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि संतोष वर्मा का बयान निंदनीय है और इसके लिए उसको नौकरी से बर्खास्त कर देना चाहिए । प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन सौंपा और संतोष वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

