चंद्रोदय ग्वालियर 8.15 इंदौर 8:33 भोपाल 8:26 उज्जैन 8.33
ग्वालियर।हिन्दू धर्म में अखंड सौभाग्य और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना के लिए करवा चौथ का व्रत रखा जाता है हिंदू पंचांग के अनुसार यह व्रत हर वर्ष कार्तिक मास के प्रश्न पक्ष की चतुर्थी को चतुर्थ तिथि को मनाया जाता है ।इस दिन विवाहित महिलाएं निर्जला उपवास रखती हैं और शाम को सोलह श्रृंगार कर चंद्रमा को अर्घ्य समर्पित करती हैं। इस वर्ष का करवा चौथ विशेष रूप से शुभ माना जा रहा है। क्योंकि सिद्धि शिवावास योग जैसे मंगलकारी संयोग बना रहे हैं यह योग व्रत के फलों को कई गुना बढ़ाने वाले माने जाते हैं ।
करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:57 मिनट से शाम 7:11 बजे तक
करवा चौथ व्रत समय सुबह 6:19 से शाम 8:13 तक
करवा चौथ व्रत अवधि 13 घंटे 54 मिनट
करवा चौथ चंद्रोदय का समय र्दक पंचांग के अनुसार 10 अक्टूबर को शाम 8:10 पर होगा। शहरों के अनुसार थोड़ा समय में बदलाव हो सकता है।कोलकाता मैं सबसे पहले दिखेगा चांद 7:41 पटना 7.48 रांची 7.52
करवा चौथ पर आपके शहर में कब नकलेगा चांद
ग्वालियर रात- 8.15
भोपाल रात -8:26
इंदौर रात -8:33
उज्जैन रात-8.33
करवा चौथ पर जपें यह मंत्रं
ॐ गणेशाय नमः
ॐ नमः शिवायै नम:
ॐ षणमुखाया नमः
ॐ सोमाय नमः
“मम सुख सौभाग्य पुत्र पौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये करक चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये नमस्त्यै शिवायै शर्वाण्ये सौभाग्यं एवं संतति शुभा प्रयच्छ भक्ति युक्तानां नारीणां हरवल्लभे”
करवा चौथ माता आरती
ओम जय करवा मैया ,माता जय करवा मैया ।
जो व्रत करें तुम्हारा पर करो नइया।।
ओम जय करवा मैया।
सब जग की हो माता, तुम हो रुद्राणी।।
यश तुम्हारा गावत जग के सब प्राणी।
ओम जय करवा मैया।
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी जो नारी व्रत करती।
दीर्घायु पति होवे, दुख सारे हरती।।
ओम जय करवा मैया ।
ओम जय करवा मैया माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।।
ओम जय करवा मैया।
हुए सुहागन नारी सुख संपति पावे।
गणपति जी बड़े दयालु विघ्न सभी नाशे।।
ओम जय करवा मैया।
ओम जय करवा मैया माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।।
ओम जय करवा मैया।

