नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शताब्दी वर्ष मना रहा है इसी की छत्रछाया में नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली भाजपा नीत राजग सरकार ने राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) का कामकाज भी भाजपा-आरएसएस के नज़दीकी श्रीधर वेम्बु के ‘जोहो’ को सौंप दिया है। आगे की बात करें तो महानगर टेलीफ़ोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) अब कहां है, कुछ मालूम है? विदेश संचार निगम लिमिटेड (वीएसएनएल) कहां गया, कुछ पता है? भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) दम तोड़ रहा है।
सरकारी डेटा की बढ़ती असुरक्षा के खतरे कब समझेगी सरकार
नीतीश कुमार चन्द्राबाबू नायडू की बैसाखी वाली सरकार दूर संचार-इंटरनेट की सभी सरकारी कंपनियों को अपने चहेते निजी क्षेत्र के हवाले करने के पीछे क्या है? डेटा आज की दुनिया का सब से बड़ा हथियार है। सरकारी क्षेत्र के नियम-क़ानून फिर भी डेटा-सुरक्षा की काफी हद तक पुख़्ता देखभाल करते रहे हैं। निजी क्षेत्र तो आजकल हमारे देश में हर क़ानून से परे हैं। डेटा-जगत पूरी तरह उस के हवाले करने के पीछे सरकार की असली मंशा क्या है?

